Monday, August 31, 2009
सुरेश माने जी
महाराष्ट्र सरकार की ग़लत नीतियों के कारण राज्य के आर्थिक दीवालियेपन पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए श्री सुरेश माने ने कहा की आज राज्य पर लगभग ०१ लाख ९५ हजार करोड़ का कर्ज है तो दूसरी तरफ़ राज्य की कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस जैसी पार्टियों ने पूंजीपतियों के समर्थकों की भूमिका अपना रखी है। यह सरकार आम आदमी के लिए काम नहीं कर रही है। नतीजा , किसानों की आत्महत्याएं बढीं, बेरोजगारी बढ़ी, रोजगार निर्मित नहीं हुए , जानलेवा मंहगाई बढ़ी । इसके साथ ही वोट की राजनीति करने के लिए परप्रांतीयों के ख़िलाफ़ भूमिका लेने वाले तत्त्वों को अपरोक्ष रूप से समर्थन देने का काम भी यहाँ की सरकार ने किया। इसलिए दलित, आदिवासी , पिछडे ,, धार्मिक अल्पसंख्यक , किसान और परप्रांतीय विरोधी सरकार का जनहित में हटना जरूरी है, और इन सभी समाज की सच्ची हितैषी तथा उच्च वर्गों में भी गरीब तबकों की उन्नति और विकास के लिए नई पहल करने वाली अर्थात 'सर्वजन हिताय , सर्वजन सुखाय ' के सिद्धांत पर चलने वाली बहुजन समाज पार्टी को जितना जरूरी है।
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